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वृक्षारोपण -29-Dec-2021

वृक्षारोपण 


कोरोना के डेल्टा वैरिएंट ने कहर बरपा रखा था । चारों ओर अफरा तफरी मच रही थी । ना तो ऑक्सीजन मिल रही थी और ना ही दवाइयां । लोग धड़ाधड़ मर रहे थे । मीडिया में कोहराम मच रहा था । न्याय के मंदिरों से लताड़ की ध्वनि गूंज रही थी । बड़े विकट हालात थे । 

ऑक्सीजन प्लांट लगाने की बात सरकार कर रही थी । मुख्य सचिव मीटिंग ले रहे थे । उद्योग सचिव को हिदायतें दी जा रही थी । स्वास्थ्य सचिव परेशान हुए जा रहे थे और वन एवं पर्यावरण सचिव बेचैनी से पहलू बदल रहे थे । 

स्वास्थ्य सचिव ने हर शहर में कम से कम एक एक ऑक्सीजन प्लांट लगाने की बात कही तो उद्योग सचिव ने कहा "एक.से क्या होगा बड़े शहरों में ? ऐसा करते हैं सर, कि प्रत्येक शहर में कम से कम एक और बड़े शहरों में जनसंख्या के अनुपात में ऑक्सीजन प्लांट लगा देंगे" । 

बात मुख्य सचिव के मन को भा गई । स्वास्थ्य सचिव से पूछा कि एक ऑक्सीजन प्लांट कितनी जनसंख्या के लिये पर्याप्त रहेगा " ? 
"सर, एक प्लांट 5 लाख तक की जनसंख्या के लिए है । इसके अनुसार बड़े शहरों को ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किये जा सकते हैं" । 
"ठीक है । प्रस्ताव बनाकर तुरंत प्रस्तुत करो जिससे उसे कैबिनेट से पास करवाया जा सके" । मुख्य सचिव ने कहा 

वन और पर्यावरण सचिव बहुत देर से यह सब बातें सुन रहे थे । उनको लगा कि बात ऑक्सीजन की हो रही है और उन्हें कोई पूछ ही नहीं रहा है । सारा बजट स्वास्थ्य और उद्योग विभाग ही ले जा रहे हैं । वे दोनों ही मलाई खायेंगे । हमारे हिस्से में क्या आयेगा ? सूखी रोटी भी नहीं ? ऑक्सीजन देने वाला विभाग "बिना ऑक्सीजन" के मर नहीं जायेगा ?  

मुख्य सचिव को संबोधित कर उन्होंने कहा " सर, ऑक्सीजन प्लांट तो नकली ऑक्सीजन बनाते हैं । असली ऑक्सीजन बनाने का काम तो वृक्ष ही करते हैं । इसलिए नकली ऑक्सीजन के बजाय असली ऑक्सीजन के प्लांट यानी वृक्ष लगवाइये । वृक्षारोपण से सबको ऑक्सीजन मिलती है सर । जनता को , वन विभाग को , पंचायती राज विभाग और शहरी विकास विभाग को । राजनीतिक दलों, ठेकेदारों सबको । अगर वृक्ष लगेंगे तो कमीशन आयेगा जो सबमें बंटेगा और सब उस कमीशन रूपी ऑक्सीजन से जिंदा रहेंगे । नहीं तो बिना "ऑक्सीजन" के सब मर ही जायेंगे । इसलिए थोड़ा सा बजट उद्योग विभाग को और ज्यादा बजट वन विभाग को मिलना चाहिए" । 

बात मुख्य सचिव को जम गई । पेड़ लगेंगे तो सबको "ऑक्सीजन" मिलेगी । ऑक्सीजन से सब लोग जीवित रहेंगे नहीं तो कैसे सर्वाइव करेंगे ? 

मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री को समझा दिया कि वृक्षारोपण का क्या महत्व है । ठेकेदार उनकी पार्टी को भी तो चंदा देते हैं । अगर पेड़ नहीं लगेंगे तो ठेकेदार बेरोजगार हो जाएंगे और अगर ठेकेदार बेरोजगार हो जायेंगे तो फिर पार्टी को चंदा कौन देगा ? चंदा तो पार्टी के लिए ऑक्सीजन का काम करता है । बिना चंदा के पार्टी भी खत्म हो जायेगी । इस प्रकार सबको वृक्षारोपण का महत्व समझ में आ गया और 90% बजट वृक्षारोपण के लिये दे दिया गया । शेष ऑक्सीजन प्लांट लगवाने के लिए दिया गया ।

वृक्षारोपण से जुड़े हर व्यक्ति के घर में दीवाली मन रही थी । उनकी "ऑक्सीजन" की व्यवस्था हो गई थी । बाकी जियें या मरें उनकी बला से । 

हरिशंकर गोयल "हरि"
29.12.21 


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1 Comments

Seema Priyadarshini sahay

07-Jan-2022 10:38 PM

अच्छा लिखा सर

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